“दो वर्षों में आपका स्कूल लड़कियों के चाल चलन की दृष्टि से आदर्श सा हो गया है “दो वर्षों में आपका स्कूल लड़कियों के चाल चलन की दृष्टि से आदर्श सा हो गया है
समाज को प्रभावित कर सकने में कम समय लगाने के लिए, अनन्या को भी माध्यम बना लिया है। समाज को प्रभावित कर सकने में कम समय लगाने के लिए, अनन्या को भी माध्यम बना लिया ह...
समाज से बहिष्कृत करने में भी जरा सा संकोच नहीं करते। समाज से बहिष्कृत करने में भी जरा सा संकोच नहीं करते।
समय अगर मोह न त्यागा होता तो आज शायद हम लोग एक-दूसरे का मुंह भी न देख रहे थे। समय अगर मोह न त्यागा होता तो आज शायद हम लोग एक-दूसरे का मुंह भी न देख रहे थे।
पंडित जी को ऐसा लगा जैसे शर्मा जी आसमान से उनकी नयी जैकेट को देख रहे हैं। उपेक्षित पंडित जी को ऐसा लगा जैसे शर्मा जी आसमान से उनकी नयी जैकेट को देख रहे हैं। उपेक्ष...
वह किस प्रकार की संगत में रहता है किस तरह के दोस्तों के साथ पढ़ता लिखता है या घूमता फिर वह किस प्रकार की संगत में रहता है किस तरह के दोस्तों के साथ पढ़ता लिखता है या घूम...